1. टी20 इंटरनैशनल क्रिकेट में सबसे अधिक छक्के लगाने वाले क्रिकेटर कौन बन गए हैं?
a. रोहित शर्मा
b. वरदान शर्मा
c. विराट कोहली
d. सुनील लांबा
b. वरदान शर्मा
c. विराट कोहली
d. सुनील लांबा
Answer: a. रोहित शर्मा
- भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में एक उपलब्धि हासिल कर ली। - रोहित ने अपने करियर के 96वें टी20 इंटरनैशनल मैच में यह मुकाम हासिल किया।
- रोहित शर्मा ने टी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छक्के लगाने के मामले में कैरेबियाई तूफानी ओपनर बल्लेबाज क्रिस गेल को पीछे छोड़ दिया है। - रोहित के नाम पर अब 96 मैचों में कुल 107 छक्के हो गए हैं।
- रोहित शर्मा ने टी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छक्के लगाने के मामले में कैरेबियाई तूफानी ओपनर बल्लेबाज क्रिस गेल को पीछे छोड़ दिया है। - रोहित के नाम पर अब 96 मैचों में कुल 107 छक्के हो गए हैं।
- इस फॉर्मेट में इंटरनैशनल लेवल पर 2400 रन बनाने वाले भी वह पहले बल्लेबाज बने।
- वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज शाहिद अफरीदी (351) हैं
- टेस्ट में सबसे ज्यादा छक्के ब्रेंडन मैकुलम (107) के नाम पर है।
- टेस्ट में सबसे ज्यादा छक्के ब्रेंडन मैकुलम (107) के नाम पर है।
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2. किस राज्य के ज्यादातर हिस्से में धारा 144 लागू कर दी गई और स्कूल-कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया?
a. जम्मू कश्मीर
b. बिहार
c. उत्तर प्रदेश
d. इनमें से कोई नहीं
b. बिहार
c. उत्तर प्रदेश
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. जम्मू कश्मीर
- पहले अमरनाथ यात्रा को रोका गया। इसके बाद तमाम सैलानी को वापस जाने को कहा गया।
- अब श्रीनगर और जम्मू में धारा 144 लागू की गई है।
- अब श्रीनगर और जम्मू में धारा 144 लागू की गई है।
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3. हर मौसम में सतह से हवा में मार करने में सक्षम quick reaction surface to air missiles (QRSAM) का परीक्षण 4 जुलाई को किस संगठन ने किया है?
a. भारतीय सेना
b. डीआरडीओ
c. इसरो
d. इनमें से कोई नहीं
b. डीआरडीओ
c. इसरो
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. डीआरडीओ
- यह परीक्षण ओडीसा के चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) में हुआ।
- हर मौसम एवं प्रत्येक क्षेत्र में मार कर सकने में सक्षम इस मिसाइल को एक ट्रक के ऊपर लगाया जा सकता है।
- सभी मौसमों और सभी भौगोलिक क्षेत्रों के अनुकूल इस QRSAM को भारतीय सेना के लिए विकसित किया है।
- यह मिसाइल कुछ ही समय में लक्ष्य का पता लगाकर उसे भेद देने में सक्षम है।
- हर मौसम एवं प्रत्येक क्षेत्र में मार कर सकने में सक्षम इस मिसाइल को एक ट्रक के ऊपर लगाया जा सकता है।
- सभी मौसमों और सभी भौगोलिक क्षेत्रों के अनुकूल इस QRSAM को भारतीय सेना के लिए विकसित किया है।
- यह मिसाइल कुछ ही समय में लक्ष्य का पता लगाकर उसे भेद देने में सक्षम है।
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4. नासा ने पहले 'सुपर अर्थ GJ 357d' एक्सोप्लैनेट्स की खोज किस सैटेलाइट की मदद से की है?
a. TESS
b. Earth
c. PESS
d. इनमें से कोई नहीं
b. Earth
c. PESS
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. TESS
- नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (NASA's Transiting Exoplanet Survey Satellite, TESS) के जरिये इस साल के शुरू में यह ग्रह खोजा गया था।
- एक्सोप्लैनेट ऐसे ग्रह होते हैं जो हमारे सौरमंडल के बाहर स्थित होते हैं और किसी तारे के चारों को घूमते रहते हैं।
- नासा ने एक तारे का चक्कर लगाते हुए तीन ग्रह को खोजा है। इनमें से एक का नाम GJ 357d रखा गया है।
- इस पर जीवन की संभावना हो सकती है।
- यह आकार में हमारी धरती से बड़ा है। पृथ्वी से लगभग 22 फीसद बड़ा है। इसलिए इसे सुपर अर्थ कहा जा रहा है।
- यह धरती ने 31 प्रकाश वर्ष दूर है।
- इस पर घना वातावरण देखने को मिला है।
- जीजे 357-डी की सतह पर हमारी धरती की तरह पानी तरल रूप में हो सकता है।
- नए ग्रह की खोज से संबंधित यह अध्ययन एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में प्रकाशित हुआ है।
- इस पर जीवन की संभावना हो सकती है।
- यह आकार में हमारी धरती से बड़ा है। पृथ्वी से लगभग 22 फीसद बड़ा है। इसलिए इसे सुपर अर्थ कहा जा रहा है।
- यह धरती ने 31 प्रकाश वर्ष दूर है।
- इस पर घना वातावरण देखने को मिला है।
- जीजे 357-डी की सतह पर हमारी धरती की तरह पानी तरल रूप में हो सकता है।
- नए ग्रह की खोज से संबंधित यह अध्ययन एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में प्रकाशित हुआ है।
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5. 52वीं आसियान विदेश मंत्री बैठक का आयोजन किस शहर में किया गया?
a. नई दिल्ली
b. बैंकाक
c. मुंबई
d. चेन्नई
b. बैंकाक
c. मुंबई
d. चेन्नई
Answer: b. बैंकाक
- थाईलैंड की राजधानी बैंकाक।
- 52वीं आसियान विदेश मंत्री बैठक का आयोजन 29 जुलाई से 3 अगस्त हुआ।
- इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने किया।
- इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने किया।
आसियान
- 10 दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का अंतर-सरकारी संगठन
- स्थापना : 6 अगस्त 1967
- मुख्यालय : जकार्ता, इंडोनेशिया
- सदस्य देश : इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम
- 10 दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का अंतर-सरकारी संगठन
- स्थापना : 6 अगस्त 1967
- मुख्यालय : जकार्ता, इंडोनेशिया
- सदस्य देश : इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम
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6. खाद्य व पोषण बोर्ड ने विश्व स्तनपान सप्ताह 2019 की थीम क्या रखी है?
a. माता-पिता को सशक्त बनाना, स्तनपान को सक्षम करना
b. स्तनपान वरदान
c. स्तनपान से स्वस्थ बच्चे
d. इनमें से कोई नहीं
b. स्तनपान वरदान
c. स्तनपान से स्वस्थ बच्चे
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. माता-पिता को सशक्त बनाना, स्तनपान को सक्षम करना
- 1 से 7 अगस्त, 2019 के बीच विश्व स्तनपान दिवस मनाया जा रहा है।
- केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्रालय के अधीन आने वाले खाद्य व पोषण बोर्ड ने "माता-पिता को सशक्त बनाना, स्तनपान को सक्षम करना" की थीम रखी है।
- केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्रालय के अधीन आने वाले खाद्य व पोषण बोर्ड ने "माता-पिता को सशक्त बनाना, स्तनपान को सक्षम करना" की थीम रखी है।
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7. उपभोक्ता संरक्षण बिल, 2019 को लोकसभा ने पारित कर दिया, इसमें इनमें से क्या प्रावधान है?
a. केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) की स्थापना का भी प्रस्ताव
b. ई-कॉमर्स कंपनियों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत लाना
c. भ्रामक विज्ञापनों के निर्माताओं और प्रसारकों पर ज़ुर्माना लगाना
d. उपरोक्त सभी
b. ई-कॉमर्स कंपनियों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत लाना
c. भ्रामक विज्ञापनों के निर्माताओं और प्रसारकों पर ज़ुर्माना लगाना
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी
- इस विधेयक का प्रमुख उद्देश्य उपभोक्ताओं के अधिकारों को मज़बूत करना एवं उनके हितों की रक्षा करना है।
- यह बिल उपभोक्ता संरक्षण एक्ट, 1986 का स्थान लेगा।
केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) के पास ये अधिकार होंगे:
- उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन और संस्थान द्वारा की गई शिकायतों की जाँच करना।
- असुरक्षित वस्तुओं और सेवाओं को वापस लेना एवं उचित कार्यवाही करना।
- भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाना।
- भ्रामक विज्ञापनों के निर्माताओं और प्रसारकों पर ज़ुर्माना लगाना।
- उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन और संस्थान द्वारा की गई शिकायतों की जाँच करना।
- असुरक्षित वस्तुओं और सेवाओं को वापस लेना एवं उचित कार्यवाही करना।
- भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाना।
- भ्रामक विज्ञापनों के निर्माताओं और प्रसारकों पर ज़ुर्माना लगाना।
उपभोक्ता आयोग के आर्थिक क्षेत्राधिकार को बढ़ाया गया है;
- ज़िला आयोग- 1 करोड़ रुपए तक
- राज्य आयोग- 1 करोड़ रुपए से 10 करोड़ रुपए तक
- राष्ट्रीय आयोग -10 करोड़ रुपए से अधिक के मामलों तक
- ज़िला आयोग- 1 करोड़ रुपए तक
- राज्य आयोग- 1 करोड़ रुपए से 10 करोड़ रुपए तक
- राष्ट्रीय आयोग -10 करोड़ रुपए से अधिक के मामलों तक
- बिल में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति उपभोक्ता संबंधी मामलों की शिकायत कर सकता है। 21 दिन के भीतर उसकी शिकायत स्वतः दर्ज कर ली जाएगी।
- उपभोक्ता आयोग द्वारा अपने आदेशों को लागू कराने का अधिकार।
- उपभोक्ता आयोग से संपर्क करने में आसानी।
- सुनवाई के लिये वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा।
- उपभोक्ता आयोग द्वारा अपने आदेशों को लागू कराने का अधिकार।
- उपभोक्ता आयोग से संपर्क करने में आसानी।
- सुनवाई के लिये वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा।
- यदि किसी उत्पाद या सेवा में दोष पाया जाता है तो उत्पाद निर्माता/विक्रेता या सेवा प्रदाता को क्षतिपूर्ति के लिये ज़िम्मेदार माना जाएगा। विधेयक के अनुसार, किसी उत्पाद में निम्नलिखित आधारों पर दोष हो सकता है:
- उत्पाद/सेवा के निर्माण में दोष।
- डिज़ाइन में दोष।
- उत्पाद की घोषित विशेषताओं से वास्तविक उत्पाद का अलग होना।
- प्रदान की जाने वाली सेवाओं का दोषपूर्ण होना।
- उत्पाद/सेवा के निर्माण में दोष।
- डिज़ाइन में दोष।
- उत्पाद की घोषित विशेषताओं से वास्तविक उत्पाद का अलग होना।
- प्रदान की जाने वाली सेवाओं का दोषपूर्ण होना।
- पहली बार ई-कॉमर्स कंपनियों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत लाया गया है।
- इसमें न केवल ई-कॉमर्स कंपनियों की जिम्मेदारी तय की है, बल्कि उन पर भारी जुर्माने का प्रावधान भी किया है।
- इसमें न केवल ई-कॉमर्स कंपनियों की जिम्मेदारी तय की है, बल्कि उन पर भारी जुर्माने का प्रावधान भी किया है।
- भ्रामक उत्पादों का विज्ञापन करने वाले सेलिब्रिटीज की भी जिम्मेदारी तय की गई है। मतलब अब किसी उत्पाद का भ्रामक विज्ञापन करने वाले सेलिब्रिटीज ये कहकर नहीं बच सकेंगे कि उन्हें उसकी गुणवत्ता की जानकारी नहीं थी।
- भ्रामक या ग्राहकों को नुकसान पहुंचाने वाले विज्ञापन करने पर मैन्युफैक्चरर को दो साल की जेल और 10 लाख रुपये जुर्माना हो सकता है।
- गंभीर लापरवाही के मामलों में मैन्युफैक्चरर को छह माह से आजीवन कारावास की सजा और एक लाख रुपये से 50 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
- झूठी शिकायतों को रोकने के लिए बिल में 10 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है।
- भ्रामक या ग्राहकों को नुकसान पहुंचाने वाले विज्ञापन करने पर मैन्युफैक्चरर को दो साल की जेल और 10 लाख रुपये जुर्माना हो सकता है।
- गंभीर लापरवाही के मामलों में मैन्युफैक्चरर को छह माह से आजीवन कारावास की सजा और एक लाख रुपये से 50 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
- झूठी शिकायतों को रोकने के लिए बिल में 10 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है।
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8. एम.के.सीताराम कुलल का निधन 28 जुलाई को हो गया वह इनमें से क्या थे?
a. कवि और गीतकार
b. नाटककार
c. लेखक
d. उपरोक्त सभी
b. नाटककार
c. लेखक
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी
- वह प्रसिद्ध नाटककार, लेखक और कर्नाटक तुलु साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष थे।
- वह तुलु-कन्नड़ नाटकों के क्षेत्र और तुलु फिल्मी दुनिया में भी में अपने काम के लिए जाने जाते थे।
- तुलु साहित्य में उनके योगदान के लिए उन्हें 'रंग कला भूषण' पुरस्कार मिला।
- वह तुलु-कन्नड़ नाटकों के क्षेत्र और तुलु फिल्मी दुनिया में भी में अपने काम के लिए जाने जाते थे।
- तुलु साहित्य में उनके योगदान के लिए उन्हें 'रंग कला भूषण' पुरस्कार मिला।
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